मुलाकात नहीं हुई
बहुत दिन हुए तुमसे, मुलाकात नहीं हुई,
बेकार की तो बातें हुई, पर कोई बरसात नहीं हुई.
बहुत सताया है तुमने हमको, पर रात नहीं हुई,
नज़रो की बात नहीं हुई, अश्क बहे तू साथ नहीं हुई,
आज कल जो दर्द उठता है उससे तन्हा बस तन्हाई हुई,
गम पलके तो बिगोता है, पर अश्को से कोई बात नहीं हुई,
बहुत दिन हुए तुमसे, मुलाकात नहीं हुई,
बेकार की तो बातें हुई, पर कोई बरसात नहीं हुई.