मुर्दा जब जिन्दा से बोला
मुर्दा जब जिन्दा से बोला ।
बताओ है क्या हाल।
जिन्दा बेचारा काँप कर यूँ बोला..
हाँ भाई हाल है मेरा बहुत बेहाल।।
पर ये तो बतलाओ कौन हो तुम।
और यहाँ पर हो कहाँ गुम।।
मैं सोया हूँ सामने ही निःशब्द होकर।
खटोला पकड़ा है तुमने जो जकड़कर।।
अरे जिन्दा भाई वो सब तुम छोड़ो।
जिन्दा यूँ मुर्दे से बोला छोड़ो नहीं तुम बोलो ।।
कहो कहाँ तक पहुँच पाये हो ।
मुर्दा बोला बस अभी-अभी यमलोक में आया हूँ।
। पर यहाँ के दृश्य से भरमाया हूँ।
जिन्दा बोला अरे बतलाओ क्या है वहाँ का दृश्य आज।
और कहीं दिख रहे हैं कि नहीं यमराज ।।
मुर्दा बोला मत पूछो मेरे भाई यहाँ जोरों पर है चुनावी प्रचार।
सब हैं मुझको कह रहे रुक जाओ हे इन्सान ।
अभी हम सब हैं बहुत व्यस्त और परेशान ।।
आओ थोड़ा हाथ बँटाओ।
थोड़ा यमदेव का तुम भी प्रचार कराओ।।