Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jun 2024 · 1 min read

मुझ पे एहसान वो भी कर रहे हैं

मुझ पे एहसान वो भी कर रहे हैं
मेरे मोहताज़ जो कभी रहे हैं

1 Like · 71 Views
Books from Shweta Soni
View all

You may also like these posts

ऐसा तो हमने कभी सोचा नहीं
ऐसा तो हमने कभी सोचा नहीं
gurudeenverma198
मुक्तक
मुक्तक
पंकज परिंदा
*जानो कछुआ देवता, हुआ कूर्म-अवतार (कुंडलिया)*
*जानो कछुआ देवता, हुआ कूर्म-अवतार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
छन्द- सम वर्णिक छन्द
छन्द- सम वर्णिक छन्द " कीर्ति "
rekha mohan
रिश्ते
रिश्ते
Ashwani Kumar Jaiswal
*कहां किसी को मुकम्मल जहां मिलता है*
*कहां किसी को मुकम्मल जहां मिलता है*
Harminder Kaur
सूरज मुझे जगाता, चांद मुझे सुलाता
सूरज मुझे जगाता, चांद मुझे सुलाता
Sarla Mehta
Dr. Arun Kumar shastri
Dr. Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
9. Thy Love
9. Thy Love
Ahtesham Ahmad
सजल
सजल
seema sharma
ऐ सावन अब आ जाना
ऐ सावन अब आ जाना
Saraswati Bajpai
आप रखिए ख़्याल बस अपना,
आप रखिए ख़्याल बस अपना,
Dr fauzia Naseem shad
एक ऐसा दृश्य जो दिल को दर्द से भर दे और आंखों को आंसुओं से।
एक ऐसा दृश्य जो दिल को दर्द से भर दे और आंखों को आंसुओं से।
Rekha khichi
मृत्यु ही एक सच
मृत्यु ही एक सच
goutam shaw
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
अभिनय
अभिनय
पूर्वार्थ
4730.*पूर्णिका*
4730.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक राधा, एक मीरा, एक घनश्याम
एक राधा, एक मीरा, एक घनश्याम
Dr.sima
मन्नत के धागे
मन्नत के धागे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
🌳वृक्ष की संवेदना🌳
🌳वृक्ष की संवेदना🌳
Dr. Vaishali Verma
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
Deepak Baweja
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Neeraj Agarwal
" मुसाफिर "
Dr. Kishan tandon kranti
चाँद ज़मी पर..
चाँद ज़मी पर..
हिमांशु Kulshrestha
I love you
I love you
Otteri Selvakumar
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
भीतर की प्रकृति जुड़ने लगी है ‘
भीतर की प्रकृति जुड़ने लगी है ‘
Kshma Urmila
केशव
केशव
Shashi Mahajan
सुबुद्धि
सुबुद्धि
Acharya Rama Nand Mandal
मुद्दत से तेरे शहर में आना नहीं हुआ
मुद्दत से तेरे शहर में आना नहीं हुआ
Shweta Soni
Loading...