मुझे मेरा गांव याद आता है
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है,
मस्ती में बिताया बचपन वो गाँव याद आता है ।
याद आती हैं दोस्तों के साथ की अठखेलियां,
मुझे मेरे गांव वाला माहौल याद आता है ।
गांव की गलियों में कंचे खेलना याद आता है,
भूखे – प्यासे जो खेला वो खेल याद आता है।
खेल खेल में हो जाते थे झगड़े दोस्तों से,
फिर झगड़कर वहीं मिल जाना याद आता है ।
बारिश के पानी में नहाना याद आता है,
चौपाल के अलाव पर तापना याद आता है ।
गर्मियों में बैठ चौबारे पर करते थे गपशप,
गपशप के बीच खाई गुड वाला गज़क याद आता है ।