Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
पूर्वार्थ
52 Followers
Follow
Report this post
17 Jan 2024 · 1 min read
मुझे मजाक में लो
मुझे मजाक में लो
मुझे सीरियस मत लो
पर
मुझे हल्के और नदारत में
लेने का वहम मत पालना
Tag:
Quote Writer
Like
Share
98 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
बेरोजगारी के धरातल पर
Rahul Singh
हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं।
Abhishek Soni
रिमोट कंट्रोल
Khajan Singh Nain
मित्रता के मूल्यों को ना पहचान सके
DrLakshman Jha Parimal
वतन के लिए
नूरफातिमा खातून नूरी
कातिल उसकी हर अदा,
sushil sarna
Second Chance
Pooja Singh
Pyaaar likhun ya naam likhun,
Rishabh Mishra
बड़ा सुंदर समागम है, अयोध्या की रियासत में।
जगदीश शर्मा सहज
एक
हिमांशु Kulshrestha
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
Rekha Drolia
डमरू वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
2654.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मां के शब्द चित्र
Suryakant Dwivedi
चोखा आप बघार
RAMESH SHARMA
उड़ जा,उड़ जा पतंग,तू ऐसे रे
gurudeenverma198
#ज़ख्मों के फूल
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
*सब देशों को अपना निर्मम, हुक्म सुनाता अमरीका (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
आवारा परिंदा
साहित्य गौरव
वो छोटी सी खिड़की- अमूल्य रतन
Amulyaa Ratan
हल्की बातों से आँखों का भर जाना
©️ दामिनी नारायण सिंह
* जब लक्ष्य पर *
surenderpal vaidya
तुम हो एक आवाज़
Atul "Krishn"
और पंछी उड़ चला
डॉ. एकान्त नेगी
"मुझे लगता है"
Dr. Kishan tandon kranti
श्रमिक
Dr. Bharati Varma Bourai
है कहीं धूप तो फिर कही छांव है
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
Just be like a moon.
Satees Gond
हो न मुख़्लिस वो है फिर किस काम का
अंसार एटवी
अपनों में कभी कोई दूरी नहीं होती,पर,
लोकनाथ ताण्डेय ''मधुर''
Loading...