मुझे प्रीत है वतन से,
मुझे प्रीत है वतन से,
मेरी जान है तिरंगा
करूँ प्राण तुझको अर्पित,
मेरी शान है तिरंगा
— महावीर उत्तरांचली
मुझे प्रीत है वतन से,
मेरी जान है तिरंगा
करूँ प्राण तुझको अर्पित,
मेरी शान है तिरंगा
— महावीर उत्तरांचली