Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Dec 2021 · 1 min read

मुझे पंख दे दो .

होंसलों के पंख थके नहीं,

भी अरमान भी मेरे हारे नहीं ।

लाख मुश्किलें आयें में फिर भी ,

नीड़ का निर्माण करुँगी फिर फिर,

अपनी संसृति हेतु थकुंगी बिल्कुल नहीं।

क्योंकि अपनी आशाओं का दामन

मैने अभी छोड़ा नहीं।

पंख को चाहे कतर दे हालातों के तेज खंजर

टूटे हुए आधे अधूरे पंखों सहित ,

घायल जिस्म के साथ ही सही ,

मैं पीछे पग हटायुंगी नहीं ।

हर हाल में उड़ने को बेताब है ,

मेरे हौसलों के पंख ।

Language: Hindi
2 Likes · 4 Comments · 306 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
ज़माने की बुराई से खुद को बचाना बेहतर
ज़माने की बुराई से खुद को बचाना बेहतर
नूरफातिमा खातून नूरी
"आकांक्षा" हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
.....★.....
.....★.....
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
*कभी जिंदगी अच्छी लगती, कभी मरण वरदान है (गीत)*
*कभी जिंदगी अच्छी लगती, कभी मरण वरदान है (गीत)*
Ravi Prakash
..
..
*प्रणय प्रभात*
अगर महोब्बत बेपनाह हो किसी से
अगर महोब्बत बेपनाह हो किसी से
शेखर सिंह
23/53.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/53.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हर वर्ष जला रहे हम रावण
हर वर्ष जला रहे हम रावण
Dr Manju Saini
मोहब्बत
मोहब्बत
निकेश कुमार ठाकुर
स्थितिप्रज्ञ चिंतन
स्थितिप्रज्ञ चिंतन
Shyam Sundar Subramanian
प्रेम अब खंडित रहेगा।
प्रेम अब खंडित रहेगा।
Shubham Anand Manmeet
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet kumar Shukla
बचपन का प्यार
बचपन का प्यार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Love and truth never hide...
Love and truth never hide...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
गुत्थियों का हल आसान नही .....
गुत्थियों का हल आसान नही .....
Rohit yadav
महाराणा सांगा
महाराणा सांगा
Ajay Shekhavat
इच्छाएं.......
इच्छाएं.......
पूर्वार्थ
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
Mamta Rani
"सावधान"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी आईने के
ज़िंदगी आईने के
Dr fauzia Naseem shad
अरे! डॉक्टर की बीवी हो
अरे! डॉक्टर की बीवी हो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बाकी सब कुछ चंगा बा
बाकी सब कुछ चंगा बा
Shekhar Chandra Mitra
*
*"बसंत पंचमी"*
Shashi kala vyas
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जिंदगी.... कितनी ...आसान.... होती
जिंदगी.... कितनी ...आसान.... होती
Dheerja Sharma
साथ था
साथ था
SHAMA PARVEEN
गणतंत्र के मूल मंत्र की,हम अकसर अनदेखी करते हैं।
गणतंत्र के मूल मंत्र की,हम अकसर अनदेखी करते हैं।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
★मां ★
★मां ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
खुद को इतना .. सजाय हुआ है
खुद को इतना .. सजाय हुआ है
Neeraj Mishra " नीर "
Loading...