मुझे चिड़ियाओं के संग उड़ना है
——–बाल कविता—–
मुझे चिड़ियाओं के संग उड़ना है,
इन्द्रधनुष के सात रंगों में रंगना है।
मैं बादलों पे बैठ आसमान देखूंगी
थैला भर-भर के चांद-तारे तोड़ूंगी।
सुबह होते ही सूरज को बोलूंगी,
रातभर कहां रहते हो पूछूंगी।
मुझे परीलोक में इक दिन जाना है,
गुड़िया के लिए जादुई छड़ी लाना है।
मुझे हवाओं का घर भी ढुंढना है,
दिन में चांद-तारे जाते कहां पूछना है।
तितलियों के संग स्कूल जायेंगे,
रास्ते भर उसे कहानी सुनाएंगे।
नूरफातिमा खातून “नूरी”(शिक्षिका)
जिला कुशीनगर