मुझे उनसे मोहब्बत है ___ मुक्तक
मुझे उनसे मोहब्बत है सादगी जिनको है भाती।
अन्याय अनीति की रीति जिनको रास नहीं आती।।
अगर तुम भी हो ऐसे ही तो आओ हम तुम मिल जायें,
सुनीति की ही राहे तो साथियों मंजिल पहुंचाती।।
**************************************
हमारी सोच से सोचो साथ में कुछ ना जाएगा।
निर्मल कर लो मन को रे बहुत कुछ हाथ आएगा।।
बहुत कम जीवन है अपना सजाओ तुम यही सपना,
समर्पण त्याग से जी लो, ईश्वर को भी भाएगा।।
राजेश व्यास अनुनय