मुझसे तुम यूँ
अब मुझसे तुम यूँ बेहुदा सवाल मत करना
पत्थर इक्कठे कर के तुम बवाल मत करना
शिकवा मुझसे है मुझसे कहो तुम भी यारो
जमाने भर में गा कर यूँ बुरा हाल मत करना
अशोक सपड़ा की कलम से दिल्ली से
अब मुझसे तुम यूँ बेहुदा सवाल मत करना
पत्थर इक्कठे कर के तुम बवाल मत करना
शिकवा मुझसे है मुझसे कहो तुम भी यारो
जमाने भर में गा कर यूँ बुरा हाल मत करना
अशोक सपड़ा की कलम से दिल्ली से