मुझसे गलतियां हों तो अपना समझकर बता देना
मुझसे गलतियां हों तो अपना समझकर बता देना
क्योंकी बचपना और मासूमियत आज़ भी कूट कूट कर भरी हुई है ऐसा वो कहते हैं जो मुझे जानते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे
मुझसे गलतियां हों तो अपना समझकर बता देना
क्योंकी बचपना और मासूमियत आज़ भी कूट कूट कर भरी हुई है ऐसा वो कहते हैं जो मुझे जानते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे