मुझको वर दे….
? या देवी सर्वभूतेषु, विद्या रूपेण संस्थिता।?
? नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।?
जय माँ सरस्वती…..।।
जय जय,जय हे माँ शारदे,
हे देवी सरस्वती तू मुझको वर दे.।
मुझको विद्या दे हे माता तू मुझको शक्ति दे.।
हे देवी सरस्वती तू मुझको वर दे.।
अंधेरे अज्ञानता के मन से अब दूर तू कर दे.।
ज्ञान किरण दे दे हे माते मन रोशनी से भर दे.।
हे देवी सरस्वती तू मुझको वर दे.।
भटक रहा निरंतर मन,तू मन-पथ दर्शा दे.।
दे आशीष मुझे ओ माँ अपनी ममता बरसा दे ।
हे देवी सरस्वती तू मुझको वर दे.।
विनोद सिनहा-“सुदामा”