मुझको भागीदारी चाहिए
मुझको भागीदारी चाहिए
?✍???…………….
मुझको भागीदारी चाहिए ।
अपना हक अधिकार चाहिए।।
मैं भी हूं इस देश का बेटा।
मुझको भी सम्मान चाहिए ।।
शिक्षा का सम्मान चाहिए।
बराबरी का रोजगार चाहिए।।
धर्म से क्यूं दूर रखते हो मुझको।
कुछ मंदिरों का व्यापार चाहिए।।
आरक्षण तुम आज छीन लो ।
कुछ खेतों पर राज चाहिए ।।
स्वर्ण – शुद्र का भेद मिटाकर।
मानवता अधिकार चाहिए ।।
भारतवासी भाई भाई है ।
समता का अधिकार चाहिए।।
धर्म लड़ाई बंद करों अब।
संविधान का राज चाहिए।।
कब तक छुटभैया बन नाचे।
पी.एम.पद का भार चाहिए।।
ऊंच नीच के पाखंडवाद से।
हमको अब तो निजात चाहिए।।
मेरे हिस्से का मुझे दे दो।
बराबर का अधिकार चाहिए।।
सब में ठीक से हो बंटवारा।
सब में भागीदारी चाहिए।।
शिक्षा और शिवाले दे दो।
मुझको सही निवाले दे दो।।
मेरे नाम भी करो मीडिया।
मुझको खेत खलिहाने दे दो।।
दे दो मुझको फिल्मी दुनिया।
मुझको मील-खदाने दे दो।।
मुझको हिस्सा चौथाई चाहिए।
मुझको एक- एक पाई चाहिए।।
“सागर” एक बराबर है सब।
हमको ये अधिकार चाहिए।।
=========
जनकवि/बेखौफ शायर
डॉ. नरेश कुमार “सागर”
इंटरनेशनल साहित्य अवार्ड से सम्मानित
9897907490…..9149087291