मुझको नहीं चाहिए
नहीं चाहिए मुझको वो प्रेम जो मुझे मेरा सम्मान ना दे,
नहीं चाहिए मुझको वो रिश्ते जो मुझे मेरा अभिमान ना दे।
नहीं चाहिए मुझको वो बंधन जो पंखों को मेरे उड़ान ना दे,
नहीं चाहिए मुझको वो सहारा जो मुझे मेरी पहचान ना दे।
नहीं चाहिए मुझको वो साथ जो मुझे नये अरमान ना दे,
नहीं चाहिए मुझको वो अपने जो मुझे मेरा स्वाभिमान ना दे।
नहीं चाहिए मुझको वो खुशियां जो मन को मेरे उल्लास ना दे,
नहीं चाहिए मुझको फिर जीवन जो नवजीवन की उत्साह ना दे।