मुझको खुद की दुख और पीड़ा में जीने में मजा आता है में और समझ
मुझको खुद की दुख और पीड़ा में जीने में मजा आता है में और समझदार मैच्योर जिंदगी और लोगो को जानने समझने और मुझको किसी के साथ कैसे और कितना रिश्ता और संवाद और व्यवहार रखना है ये सब समझ आता है । मुझको तो पीड़ा दुख अच्छा लगता है सुख से बेहतर
सुख क्या है दो पल का है आएगा और चला जातेगा
दुख सही है रहता है तो दिखाता सिखाता समझाता तो है जिंदगी के बारे में लोगो के बारे में वक्त हालात परिवार पैसे और खुद के बारे में
सुख में कहा इंसान इतना सोचता है जब सब सही होता है तब इंसान का ध्यान ना सही पर होता ना गलत पर ज्यादा सुख सुविधा इंसान को लापरवाह बना देती है इसलिए दुख जरूरी है कद्र जानने समझने और करने के लिए