Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2021 · 1 min read

मुगालता

कितना बड़ा परिवार पालता हूँ
ताउम्र परेशान ही रहा
मरने के बाद एहसास हुआ
बड़ा तो मैं सिर्फ मुगालता पालता रहा

मुगालता:गलतफहमी

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 2 Comments · 249 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पतंग
पतंग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
इंडिया में का बा ?
इंडिया में का बा ?
Shekhar Chandra Mitra
पार्वती
पार्वती
लक्ष्मी सिंह
बेरहमी
बेरहमी
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी की दास्तां,, ग़ज़ल
जिंदगी की दास्तां,, ग़ज़ल
Namita Gupta
"Looking up at the stars, I know quite well
पूर्वार्थ
मन
मन
Dr.Priya Soni Khare
प्राकृतिक के प्रति अपने कर्तव्य को,
प्राकृतिक के प्रति अपने कर्तव्य को,
goutam shaw
जो लिखा नहीं.....लिखने की कोशिश में हूँ...
जो लिखा नहीं.....लिखने की कोशिश में हूँ...
Vishal babu (vishu)
पिता
पिता
Shweta Soni
*हटता है परिदृश्य से, अकस्मात इंसान (कुंडलिया)*
*हटता है परिदृश्य से, अकस्मात इंसान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भाग दौड़ की जिंदगी में अवकाश नहीं है ,
भाग दौड़ की जिंदगी में अवकाश नहीं है ,
Seema gupta,Alwar
मोह मोह के चाव में
मोह मोह के चाव में
Harminder Kaur
■ इससे ज़्यादा कुछ नहीं शायद।।
■ इससे ज़्यादा कुछ नहीं शायद।।
*Author प्रणय प्रभात*
माँ की याद आती है ?
माँ की याद आती है ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
समय के खेल में
समय के खेल में
Dr. Mulla Adam Ali
लोककवि रामचरन गुप्त के पूर्व में चीन-पाकिस्तान से भारत के हुए युद्ध के दौरान रचे गये युद्ध-गीत
लोककवि रामचरन गुप्त के पूर्व में चीन-पाकिस्तान से भारत के हुए युद्ध के दौरान रचे गये युद्ध-गीत
कवि रमेशराज
मजदूरों के साथ
मजदूरों के साथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
ग़ज़ल /
ग़ज़ल /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
आदिपुरुष आ बिरोध
आदिपुरुष आ बिरोध
Acharya Rama Nand Mandal
2263.
2263.
Dr.Khedu Bharti
CUPID-STRUCK !
CUPID-STRUCK !
Ahtesham Ahmad
*हिंदी मेरे देश की जुबान है*
*हिंदी मेरे देश की जुबान है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Kbhi Karib aake to dekho
Kbhi Karib aake to dekho
Sakshi Tripathi
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हे चाणक्य चले आओ
हे चाणक्य चले आओ
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
अगर सक्सेज चाहते हो तो रुककर पीछे देखना छोड़ दो - दिनेश शुक्
अगर सक्सेज चाहते हो तो रुककर पीछे देखना छोड़ दो - दिनेश शुक्
dks.lhp
कितना प्यार
कितना प्यार
Swami Ganganiya
जो भूल गये हैं
जो भूल गये हैं
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
जिंदगी के वास्ते
जिंदगी के वास्ते
Surinder blackpen
Loading...