#मुख्य अतिथि स्वागत
स्वागत करके आपका, धन्य हुए हम आज।
महक उठी चारों दिशा, करें हवाएँ नाज।।
करें हवाएँ नाज, बड़े हैं भाग्य हमारे।
देव-तुल्य बन आप, आज जो यहाँ पधारे।।
बीच सितारों चाँद, नूर आपका सुहावत।
शत्-शत् करें प्रणाम, हृदय से करके स्वागत।।
#आर.एस. ‘प्रीतम’
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