Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Feb 2022 · 1 min read

मुक्ति द्वार

गीत
शीर्षक – मुक्ति-द्वार

आप यूँ मुक्ति के द्वार पर मत चढ़ो,
काम सह क्रोध बाधक खड़ा राह में।
जब तलक है पिपासा हृदय में बसी,
अड़चनें हैं बहुत मोक्ष की चाह में।।

वंदना, भक्ति भी,योग भी, ध्यान भी,
आचरण,तंत्र सह ज्ञान पथ मुक्ति का।
जन्म आवागमन का रुके सिलसिला,
हाथ जो थाम ले एक भी युक्ति का।

क्या भला मिल सके मार्ग परधाम का,
मन उलझ जो गया दुश्मनी डाह में।
आप यूँ मुक्ति के द्वार पर मत चढ़ो,
काम सह क्रोध बाधक खड़ा राह में।१।

बंधनों से परे मोक्ष की मान्यता,
मृत्यु जीवन बिना मोक्ष का है पता।
धूप हो, छाँव हो या कि ओले पड़ें,
निष्प्रभावी रहे मोक्ष सिंचित लता।

ओ पथिक! कामना तज करो साधना,
क्यों भला तन उलझता रहे दाह में।
आप यूँ मुक्ति के द्वार पर मत चढ़ो,
काम सह क्रोध बाधक खड़ा राह में।२।

जन्म से मौत तक का गमन है कठिन,
देह को गेह संताप का मान लो।
रूप बिन जीव का हो भ्रमण शून्य में,
शून्यता में विलय मोक्ष है जान लो।

जन तड़पता रहे उम्र भर इस तरह,
ज्यों तड़प है समाहित जकड़ ग्राह में।
आप यूँ मुक्ति के द्वार पर मत चढ़ो,
काम सह क्रोध बाधक खड़ा राह में।३।

अभय कुमार “आनंद”
विष्णुपुर, पकरिया,बाँका,बिहार

Language: Hindi
Tag: गीत
4 Likes · 7 Comments · 515 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिंदगी मौत से बत्तर भी गुज़री मैंने ।
जिंदगी मौत से बत्तर भी गुज़री मैंने ।
Phool gufran
"बलिदानी यादें"
Dr. Kishan tandon kranti
*यौगिक क्रिया सा ये कवि दल*
*यौगिक क्रिया सा ये कवि दल*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
निकल गया सो निकल गया
निकल गया सो निकल गया
TARAN VERMA
आजकल लोग का घमंड भी गिरगिट के जैसा होता जा रहा है
आजकल लोग का घमंड भी गिरगिट के जैसा होता जा रहा है
शेखर सिंह
है वही, बस गुमराह हो गया है…
है वही, बस गुमराह हो गया है…
Anand Kumar
आग और पानी 🔥🌳
आग और पानी 🔥🌳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सबसे प्यारा सबसे न्यारा मेरा हिंदुस्तान
सबसे प्यारा सबसे न्यारा मेरा हिंदुस्तान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तुम मुझे बना लो
तुम मुझे बना लो
श्याम सिंह बिष्ट
बहू और बेटी
बहू और बेटी
Mukesh Kumar Sonkar
मैं तो महज शमशान हूँ
मैं तो महज शमशान हूँ
VINOD CHAUHAN
गणेश जी का हैप्पी बर्थ डे
गणेश जी का हैप्पी बर्थ डे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Man has only one other option in their life....
Man has only one other option in their life....
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नव संवत्सर
नव संवत्सर
Manu Vashistha
दुखता बहुत है, जब कोई छोड़ के जाता है
दुखता बहुत है, जब कोई छोड़ के जाता है
Kumar lalit
* नव जागरण *
* नव जागरण *
surenderpal vaidya
वंदनीय हैं मात-पिता, बतलाते श्री गणेश जी (भक्ति गीतिका)
वंदनीय हैं मात-पिता, बतलाते श्री गणेश जी (भक्ति गीतिका)
Ravi Prakash
■ एक विचार-
■ एक विचार-
*Author प्रणय प्रभात*
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
Rituraj shivem verma
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
Dr. Man Mohan Krishna
मुक्ति का दे दो दान
मुक्ति का दे दो दान
Samar babu
रंग जाओ
रंग जाओ
Raju Gajbhiye
हुई बरसात टूटा इक पुराना, पेड़ था आख़िर
हुई बरसात टूटा इक पुराना, पेड़ था आख़िर
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
शरीर मोच खाती है कभी आपकी सोच नहीं यदि सोच भी मोच खा गई तो आ
शरीर मोच खाती है कभी आपकी सोच नहीं यदि सोच भी मोच खा गई तो आ
Rj Anand Prajapati
मां की कलम से!!!
मां की कलम से!!!
Seema gupta,Alwar
Mental health
Mental health
Bidyadhar Mantry
To improve your mood, exercise
To improve your mood, exercise
पूर्वार्थ
श्री बिष्णु अवतार विश्व कर्मा
श्री बिष्णु अवतार विश्व कर्मा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
दिल  धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
दिल धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
सौदागर हूँ
सौदागर हूँ
Satish Srijan
Loading...