मुक्तक __
मुक्तक __
बहुत अजीज़ शख्स का, मिज़ाज मर्ज़ की तरह ,
न छोड़ता , न रूठता , टिका है क़र्ज़ की तरह ,
अदा से वो निभा रहा , न जा रहा है दूर वो ,
बसा है रूह में हबीब , बन के फ़र्ज़ की तरह ।
✍️नील रूहानी…..
03/12/2024,,,,,,,,,,,🥰
मुक्तक __
बहुत अजीज़ शख्स का, मिज़ाज मर्ज़ की तरह ,
न छोड़ता , न रूठता , टिका है क़र्ज़ की तरह ,
अदा से वो निभा रहा , न जा रहा है दूर वो ,
बसा है रूह में हबीब , बन के फ़र्ज़ की तरह ।
✍️नील रूहानी…..
03/12/2024,,,,,,,,,,,🥰