Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2019 · 1 min read

मुक्तक

होते ही सुबह तेरी तस्वीर से मिलता हूँ।
अपनी तमन्नाओं की ज़ागीर से मिलता हूँ।
नज़रों को घेर लेता है यादों का समन्दर-
चाहत की लिपटी हुई जंजीर से मिलता हूँ।

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
248 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
घर नही है गांव में
घर नही है गांव में
Priya Maithil
बेघर एक
बेघर एक "परिंदा" है..!
पंकज परिंदा
"अच्छी थी, पगडंडी अपनी,
Rituraj shivem verma
होता है हर किसी को किसी बीती बात का मलाल,
होता है हर किसी को किसी बीती बात का मलाल,
Ajit Kumar "Karn"
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
*प्रणय*
मुक्तक - जिन्दगी
मुक्तक - जिन्दगी
sushil sarna
🤣🤣😂😂😀😀
🤣🤣😂😂😀😀
Dr Archana Gupta
विचार में जीने से बेहतर हृदय में जीना चाहिए। - रविकेश झा
विचार में जीने से बेहतर हृदय में जीना चाहिए। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
संवेदना की बाती
संवेदना की बाती
Ritu Asooja
*** कभी-कभी.....!!! ***
*** कभी-कभी.....!!! ***
VEDANTA PATEL
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
...........,,
...........,,
शेखर सिंह
बाजार
बाजार
PRADYUMNA AROTHIYA
जिनका ईमान धर्म ही बस पैसा हो
जिनका ईमान धर्म ही बस पैसा हो
shabina. Naaz
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
23/161.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/161.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मन की बुलंद
मन की बुलंद
Anamika Tiwari 'annpurna '
आज जबकि इतना वक़्त हो चुका है
आज जबकि इतना वक़्त हो चुका है
gurudeenverma198
कैसा
कैसा
Ajay Mishra
क्या होगा लिखने
क्या होगा लिखने
Suryakant Dwivedi
As I grow up I realized that life will test you so many time
As I grow up I realized that life will test you so many time
पूर्वार्थ
सबके संग रम जाते कृष्ण
सबके संग रम जाते कृष्ण
Pratibha Pandey
भोर का दृश्य
भोर का दृश्य
surenderpal vaidya
हर एहसास
हर एहसास
Dr fauzia Naseem shad
जवानी के दिन
जवानी के दिन
Sandeep Pande
ईश्वर बहुत मेहरबान है, गर बच्चियां गरीब हों,
ईश्वर बहुत मेहरबान है, गर बच्चियां गरीब हों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"हार्दिक स्वागत"
Dr. Kishan tandon kranti
दुआ
दुआ
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
ये रात है जो तारे की चमक बिखरी हुई सी
ये रात है जो तारे की चमक बिखरी हुई सी
Befikr Lafz
# जय.….जय श्री राम.....
# जय.….जय श्री राम.....
Chinta netam " मन "
Loading...