मुक्तक
” जलती लौ में जलता कैसे परवाना लिखते हैं,
प्यार में टूटे दिल का जो अफ़साना लिखते हैं,
वो छोड़ के कुर्बानी वीरों की अमर कहानी को
प्रेमी, पागल, दीवानों का मर जाना लिखते हैं
” जलती लौ में जलता कैसे परवाना लिखते हैं,
प्यार में टूटे दिल का जो अफ़साना लिखते हैं,
वो छोड़ के कुर्बानी वीरों की अमर कहानी को
प्रेमी, पागल, दीवानों का मर जाना लिखते हैं