*मुक्तक*
यूँ ही हम शेरों की तरह चला नहीं करते !
चाहे लाख तूफां आये परवाह नहीं करते !!
नई नई मुश्किलें बढ़ाती हैं ताकत हमारी !
हम वो शिकारी हैं जो मौत से डरा नहीं करते !!
यूँ ही हम शेरों की तरह चला नहीं करते !
चाहे लाख तूफां आये परवाह नहीं करते !!
नई नई मुश्किलें बढ़ाती हैं ताकत हमारी !
हम वो शिकारी हैं जो मौत से डरा नहीं करते !!