मुक्तक
संकट मे कोई साथ दे , ऐसा होता कहाँ
मदद पर कोई आ जाए , ऐसा होता कहाँ
ना टुटे आत्म बल डोरी कभी अपनी
किसी भरोषे पर बात बने ,ऐसा होता कहाँ ।
प्रमिला श्री
संकट मे कोई साथ दे , ऐसा होता कहाँ
मदद पर कोई आ जाए , ऐसा होता कहाँ
ना टुटे आत्म बल डोरी कभी अपनी
किसी भरोषे पर बात बने ,ऐसा होता कहाँ ।
प्रमिला श्री