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11 Aug 2018 · 1 min read

मुक्तक

मोहब्बत में जवां दो दिल, कभी बालिग नहीं होते,
मोहब्बत में गिले शिक़वे, कभी वाज़िब नहीं होते,
कभी ग़म है तो खुशियाँ हैं, यही रंग-ढंग है जीने का,
ये रिश्ते प्यार के सबको, मुनासिब भी नहीं होते।

Language: Hindi
511 Views
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