मुक्तक
शीर्षक मुक्तक – किरण- ज्योति, प्रभा, रश्मि, दीप्ति, मरीचि।
“मुक्तक”
भारती धरा अलौकिक है न्यारी है
लालिमा भोर भाए किरण दुलारी है
ब्रम्ह्पूत्र सिंधु नर्मदा गंगा कावेरी
हिमालयी रश्मि प्रभा तिमिर ध्रुजारी है॥
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी
शीर्षक मुक्तक – किरण- ज्योति, प्रभा, रश्मि, दीप्ति, मरीचि।
“मुक्तक”
भारती धरा अलौकिक है न्यारी है
लालिमा भोर भाए किरण दुलारी है
ब्रम्ह्पूत्र सिंधु नर्मदा गंगा कावेरी
हिमालयी रश्मि प्रभा तिमिर ध्रुजारी है॥
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी