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25 Mar 2018 · 1 min read

मुक्तक

सितम के दौर में सभी यार भूल जाते हैं!
राह-ए-वफा को वफादार भूल जाते हैं!
जब करवटें लेती है तस्वीर-ए-जिंदगी,
उम्र भर किसी का इंतजार भूल जाते हैं!

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
229 Views
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