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19 Aug 2017 · 1 min read

मुक्तक

तेरी यादों की जब भी आहट होती है!
दिल में जैसे कोई घबराहट होती है!
साँसों की रफ्तार बढ़ जाती है जिस्म में,
धड़कन में चाहत की गर्माहट होती है!

मुक्तककार-#मिथिलेश_राय
(#मात्राभार_24)

Language: Hindi
232 Views
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