Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jun 2016 · 1 min read

बेटियाँ

आकांक्षाओं के पंख फैलाये बेटियाँ मन भाएं
कामनाएं जब पूरी हो इनकी तब ये चहचहायें
अपने बाबुल के घर आँगन की हैं ये सुंदर परियां
उम्रभर आदर्शों संस्कारों के तहत जीवन बिताएं।

Language: Hindi
283 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सच कहा था किसी ने की आँखें बहुत बड़ी छलिया होती हैं,
सच कहा था किसी ने की आँखें बहुत बड़ी छलिया होती हैं,
Chaahat
घमंड
घमंड
Ranjeet kumar patre
ज़िंदा एहसास
ज़िंदा एहसास
Shyam Sundar Subramanian
कण कण में है श्रीराम
कण कण में है श्रीराम
Santosh kumar Miri
मन वैरागी हो गया
मन वैरागी हो गया
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बदनाम से
बदनाम से
विजय कुमार नामदेव
बड़े ही फक्र से बनाया है
बड़े ही फक्र से बनाया है
VINOD CHAUHAN
*******खुशी*********
*******खुशी*********
Dr. Vaishali Verma
अनचाहे फूल
अनचाहे फूल
SATPAL CHAUHAN
मगर हे दोस्त-----------------
मगर हे दोस्त-----------------
gurudeenverma198
नारी
नारी
Dr Archana Gupta
रमेशराज का हाइकु-शतक
रमेशराज का हाइकु-शतक
कवि रमेशराज
अंधेरे में दिया जलाया
अंधेरे में दिया जलाया
Sunil Maheshwari
प्रश्न करे जब पत्रकार तो
प्रश्न करे जब पत्रकार तो
Dhirendra Singh
मुझसे गलतियां हों तो अपना समझकर बता देना
मुझसे गलतियां हों तो अपना समझकर बता देना
Sonam Puneet Dubey
पल
पल
*प्रणय*
" कथ्य "
Dr. Kishan tandon kranti
"" *मन तो मन है* ""
सुनीलानंद महंत
अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो मचाने लगते हैं।
अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो मचाने लगते हैं।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गद्दार है वह जिसके दिल में
गद्दार है वह जिसके दिल में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बचपन
बचपन
Shashi Mahajan
*सुख-दुख के दोहे*
*सुख-दुख के दोहे*
Ravi Prakash
नयी कोई बात कहनी है नया कोई रंग भरना है !
नयी कोई बात कहनी है नया कोई रंग भरना है !
DrLakshman Jha Parimal
एक रिश्ता शुरू हुआ और तेरी मेरी कहानी बनी
एक रिश्ता शुरू हुआ और तेरी मेरी कहानी बनी
Rekha khichi
हर दिल में एक टीस उठा करती है।
हर दिल में एक टीस उठा करती है।
TAMANNA BILASPURI
रिश्ते रेशम डोर से,
रिश्ते रेशम डोर से,
sushil sarna
समाज और सोच
समाज और सोच
Adha Deshwal
तुम्हारी चाहतों का दामन जो थामा है,
तुम्हारी चाहतों का दामन जो थामा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चांद अब हम तेरा दीदार करेगें
चांद अब हम तेरा दीदार करेगें
Dr.Priya Soni Khare
मैंने उनको थोड़ी सी खुशी क्या दी...
मैंने उनको थोड़ी सी खुशी क्या दी...
ruby kumari
Loading...