मुक्तक
“एक मुक्तक”
फूलों संग “काँटों ” का होना बहुत जरूरी है|
सुख संग दुख से जीवन की परिभाषा पूरी है|
युगों युगों से चक्र तभी ये चलता जाता है
धरती पर अब तक मानव की प्यास अधूरी है|
हेमा तिवारी भट्ट
“एक मुक्तक”
फूलों संग “काँटों ” का होना बहुत जरूरी है|
सुख संग दुख से जीवन की परिभाषा पूरी है|
युगों युगों से चक्र तभी ये चलता जाता है
धरती पर अब तक मानव की प्यास अधूरी है|
हेमा तिवारी भट्ट