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24 May 2017 · 1 min read

मुक्तक

“एक मुक्तक”

फूलों संग “काँटों ” का होना बहुत जरूरी है|
सुख संग दुख से जीवन की परिभाषा पूरी है|
युगों युगों से चक्र तभी ये चलता जाता है
धरती पर अब तक मानव की प्यास अधूरी है|

हेमा तिवारी भट्ट

Language: Hindi
520 Views
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