पुष्प
रोशन बहार तू, दिलकश श्रृंगार तू
मौसम की अदा, भंवरे का प्यार तू
चंदन रंग खुशबू पराग सिंचित कर
पंखुड़ी खोले कोमल सा अकार तू।
रोशन बहार तू, दिलकश श्रृंगार तू
मौसम की अदा, भंवरे का प्यार तू
चंदन रंग खुशबू पराग सिंचित कर
पंखुड़ी खोले कोमल सा अकार तू।