मुक्तक
जब भी तेरे घर का चांद मुस्कुराएगा
तेरा घर – आँगन रोशन हो जाएगा l
खुशियों से खिल जाएगा घर का हर एक कोना
तेरा घर खुशियों का समंदर हो जाएगा ll
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम
जब भी तेरे घर का चांद मुस्कुराएगा
तेरा घर – आँगन रोशन हो जाएगा l
खुशियों से खिल जाएगा घर का हर एक कोना
तेरा घर खुशियों का समंदर हो जाएगा ll
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम