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27 Sep 2024 · 1 min read

मुक्तक

मुक्तक

जब तुम चिंतन करना छोड़ दोगे
विकास तुम्हारा रुक जाएगा l
जब कर्महीन तुम हो जाओगे
जीवन नर्क सा हो जाएगा ll

अनिल कुमार गुप्ता अंजुम

1 Like · 20 Views
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