Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2024 · 1 min read

#मुक्तक-

#मुक्तक-
■ मौजूदा हालात पर।
【प्रणय प्रभात】
जो लुटेरे हैं वो पुजते हैं भरी महफ़िल में,
आजकल आरती होने लगी है चोरों की।
आज के दौर में मेहनतकशों की क़द्र कहां,
आज के दौर में जय है हरामखोरों की।
😢😢😢😢😢😢😢😢😢

1 Like · 4 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बस नेक इंसान का नाम
बस नेक इंसान का नाम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
चाय की चमक, मिठास से भरी,
चाय की चमक, मिठास से भरी,
Kanchan Alok Malu
चोर दरबार से नहीं निकला
चोर दरबार से नहीं निकला
अरशद रसूल बदायूंनी
परमात्मा
परमात्मा
ओंकार मिश्र
अंधभक्तो अगर सत्य ही हिंदुत्व ख़तरे में होता
अंधभक्तो अगर सत्य ही हिंदुत्व ख़तरे में होता
शेखर सिंह
सोन चिरैया
सोन चिरैया
Mukta Rashmi
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
Shweta Soni
नमन नमन वसुंधरा नमन नमन तुझे वतन
नमन नमन वसुंधरा नमन नमन तुझे वतन
Dr Archana Gupta
■ मनोरोग का क्या उपचार...?
■ मनोरोग का क्या उपचार...?
*प्रणय प्रभात*
मुझे तारे पसंद हैं
मुझे तारे पसंद हैं
ruby kumari
ब्राह्मण
ब्राह्मण
Sanjay ' शून्य'
करूणा का अंत
करूणा का अंत
Sonam Puneet Dubey
हर रोज याद आऊं,
हर रोज याद आऊं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
श्री राम भजन
श्री राम भजन
Khaimsingh Saini
मैया का जगराता- भजन- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
मैया का जगराता- भजन- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
"Sometimes happiness and peace come when you lose something.
पूर्वार्थ
Dictatorship in guise of Democracy ?
Dictatorship in guise of Democracy ?
Shyam Sundar Subramanian
जो लोग टूट जाते हैं किसी से दिल लगाने से,
जो लोग टूट जाते हैं किसी से दिल लगाने से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अपनी इस तक़दीर पर हरपल भरोसा न करो ।
अपनी इस तक़दीर पर हरपल भरोसा न करो ।
Phool gufran
क्यों हो गया अब हमसे खफ़ा
क्यों हो गया अब हमसे खफ़ा
gurudeenverma198
“एक शाम ,
“एक शाम ,
Neeraj kumar Soni
मेरे अंतस में ......
मेरे अंतस में ......
sushil sarna
ख्वाब में देखा जब से
ख्वाब में देखा जब से
Surinder blackpen
जिंदगी का सवाल आया है।
जिंदगी का सवाल आया है।
Dr fauzia Naseem shad
आदमियों की जीवन कहानी
आदमियों की जीवन कहानी
Rituraj shivem verma
सौगंध
सौगंध
Shriyansh Gupta
"याद रहे"
Dr. Kishan tandon kranti
2837. *पूर्णिका*
2837. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिवाली व होली में वार्तालाप
दिवाली व होली में वार्तालाप
Ram Krishan Rastogi
Loading...