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30 Aug 2024 · 1 min read

मुक्तक

छंद में सज गई गीतिका देखिए
रीत में ढल गई रीतिका देखिए ।
कर रही थी जतन जो सृजन में कभी,
बन गई है सृजन साधिका देखिए

जल उठी दीप से दीपिका देखिए,
खिल उठी प्रेम में प्रेमिका देखिए।
मीरा जोगन दिवानी हुई प्रीत में,
प्रीत में ही अमर राधिका देखिए।।

वन्दना नामदेव

Language: Hindi
1 Like · 71 Views
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