Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Aug 2023 · 1 min read

मुक्तक

मुक्तक
मैं विषधर हूँ संज्ञा तो है! प्रकृति के अनुकूल सही।
हे मानव! तुझसे अच्छा हूँ,अपनों के प्रतिकूल नही।।
जो विषधर से घातक होते, करते हैं बदनाम वही।
बहुत विषैले होते वह, जिनके विषधर नाम नही।।
©दुष्यन्त ‘बाबा’

525 Views

You may also like these posts

Never worry about what you can’t control.
Never worry about what you can’t control.
पूर्वार्थ
"साथ-साथ"
Dr. Kishan tandon kranti
बाकी है----
बाकी है----
Shally Vij
*संस्कार*
*संस्कार*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
अश्रु (नील पदम् के दोहे)
अश्रु (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
जीवन की ढलती शाम
जीवन की ढलती शाम
नूरफातिमा खातून नूरी
आ लिख दूँ
आ लिख दूँ
हिमांशु Kulshrestha
कहा हों मोहन, तुम दिखते नहीं हों !
कहा हों मोहन, तुम दिखते नहीं हों !
The_dk_poetry
भरें भंडार
भरें भंडार
Mahesh Jain 'Jyoti'
मधुर जवानी
मधुर जवानी
Sunil Suman
" मैं सोचूं रोज़_ होगी कब पूरी _सत्य की खोज"
Rajesh vyas
कुंडलिया छंद विधान ( कुंडलिया छंद में ही )
कुंडलिया छंद विधान ( कुंडलिया छंद में ही )
Subhash Singhai
तू गीत ग़ज़ल उन्वान प्रिय।
तू गीत ग़ज़ल उन्वान प्रिय।
Neelam Sharma
विश्वास
विश्वास
sushil sarna
जिसे हम हद से ज्यादा चाहते है या अहमियत देते है वहीं हमें फा
जिसे हम हद से ज्यादा चाहते है या अहमियत देते है वहीं हमें फा
रुपेश कुमार
तरसाके जइबू तअ पछतअइबू
तरसाके जइबू तअ पछतअइबू
Shekhar Chandra Mitra
बरगद एक लगाइए
बरगद एक लगाइए
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
मित्र होना चाहिए
मित्र होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
गर्मी उमस की
गर्मी उमस की
AJAY AMITABH SUMAN
मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले।
मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
*मंजिल*
*मंजिल*
Priyank Upadhyay
■ आज की बात....!
■ आज की बात....!
*प्रणय*
श्री रामलला
श्री रामलला
Tarun Singh Pawar
" बादल या नैना बरसे "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
चलो   बहें   सनातनी  सुपंथ  के  बयार  में।
चलो बहें सनातनी सुपंथ के बयार में।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बहू बनी बेटी
बहू बनी बेटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
- दिल झूम -झूम जाए -
- दिल झूम -झूम जाए -
bharat gehlot
जाती हुई सर्दियां
जाती हुई सर्दियां
aestheticwednessday
*अध्याय 9*
*अध्याय 9*
Ravi Prakash
संवेदनशील हुए बिना
संवेदनशील हुए बिना
Shweta Soni
Loading...