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18 Mar 2023 · 1 min read

मुक्तक

शैल विषमताओं का है तो
कहीं प्रेम का झरना होगा।
अपने पथ के शूल हटाकर
सफ़र तुम्हें तय करना होगा।
मिलन उबासी से जो भर दें ,
डरना है उन सम्बन्धों से
कपट -द्वेष- षड्यंत्र जहाॅं पर,
सखे! वहाँ न ठहरना होगा।

रश्मि लहर

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 354 Views

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