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3 Mar 2023 · 1 min read

मुक्तक

बिगड़ जाते हैं ये रिश्ते, जरा सी भूल से।
अपने पराये हो जाते हैं, कुछ उसूल से।
रिश्ते बनाने से बड़ा है,उसको निभाना,
सीख लो खुश रहना,बगिया की फूल से।।

– लोकनाथ ताण्डेय”मधुर”

Language: Hindi
1 Like · 144 Views

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