मुक्तक
मुक्तक
सत्ता का गुणगान करे,ये कवि का काम नहीं होता।
चाटुकारिता करने से, कोई सरनाम नहीं होता।
इस धरती पर कर्मों से, हर प्राणी पूजा जाता है,
बस रघुवंशी होने से, कोई प्रभु राम नहीं होता।।
-डाॅ.बिपिन पाण्डेय
मुक्तक
सत्ता का गुणगान करे,ये कवि का काम नहीं होता।
चाटुकारिता करने से, कोई सरनाम नहीं होता।
इस धरती पर कर्मों से, हर प्राणी पूजा जाता है,
बस रघुवंशी होने से, कोई प्रभु राम नहीं होता।।
-डाॅ.बिपिन पाण्डेय