मुक्तक ….
मुक्तक ….
ये हल्के उजाले , बुलाते हैं तुम को,
बहुत मिन्नतों से , मनाते हैं तुम को ,
कभी रूठना मत , न हटना भी पीछे ,
ख़बर दे खुशी की, सजाते हैं तुम को ।
✍️नील रूहानी…
मुक्तक ….
ये हल्के उजाले , बुलाते हैं तुम को,
बहुत मिन्नतों से , मनाते हैं तुम को ,
कभी रूठना मत , न हटना भी पीछे ,
ख़बर दे खुशी की, सजाते हैं तुम को ।
✍️नील रूहानी…