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10 May 2022 · 1 min read

मुक्तक

जब उजाड़ उपवन में भी तुम्हें पुष्पों की कतार नज़र आने लगे
जब अभाव के दौर में भी तुम्हें सुख का एहसास होने लगे
जब किसी के दुःख में तुम्हें अपना सुख नागवार गुजरने लगे
तब समझना तुम्हारा ह्रदय उस परमात्मा की असीम कृपा का पात्र हो गया है |

Language: Hindi
2 Likes · 159 Views
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Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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