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26 Feb 2022 · 1 min read

मुक्तक

एक मुक्तक

आइने के अगर आप घर जाएँगे।
सोच कर जाइये कब उधर जाएँगे।
फर्क होगा जवानी बुढ़ापे में यह-
या सँवर जाएँगे या तो डर जाएँगे।।

अभय कुमार “आनंद”
विष्णुपुर,पकरिया,बाँका,बिहार
वर्तमान पता-लखनऊ,उत्तरप्रदेश

Language: Hindi
2 Likes · 230 Views
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