मुक्तक
एक मुक्तक
आइने के अगर आप घर जाएँगे।
सोच कर जाइये कब उधर जाएँगे।
फर्क होगा जवानी बुढ़ापे में यह-
या सँवर जाएँगे या तो डर जाएँगे।।
अभय कुमार “आनंद”
विष्णुपुर,पकरिया,बाँका,बिहार
वर्तमान पता-लखनऊ,उत्तरप्रदेश
एक मुक्तक
आइने के अगर आप घर जाएँगे।
सोच कर जाइये कब उधर जाएँगे।
फर्क होगा जवानी बुढ़ापे में यह-
या सँवर जाएँगे या तो डर जाएँगे।।
अभय कुमार “आनंद”
विष्णुपुर,पकरिया,बाँका,बिहार
वर्तमान पता-लखनऊ,उत्तरप्रदेश