मुक्तक
हवाएं जंगल दरिया पहाड़
गूंजे शूरवीरी गाथा-गान से |
लहराए तिरंगा यह प्यारा हर
बच्चा-बच्चा गर्व औ शान से |
सरजमीं पर अपनी मिट जाने
वालों हे अमर शहीद मतवालों…
तुम जैसे ही देश प्रेम के छलकें
भाव हर ह्रदय हर अरमान से ||
________अलका गुप्ता ‘भारती’__