मुक्तक
आँखों के रंगो से भी तो भावों का इज़हार हुआ,
शब्दों की तलवारों से भी युद्ध यहाँ कई बार हुआ,
मौन सह रहा था हिंदू तब तो हिन्दू ही बेहतर था
अधिकारों की बात कही तो हिंदू गुनहगार हुआ??
आँखों के रंगो से भी तो भावों का इज़हार हुआ,
शब्दों की तलवारों से भी युद्ध यहाँ कई बार हुआ,
मौन सह रहा था हिंदू तब तो हिन्दू ही बेहतर था
अधिकारों की बात कही तो हिंदू गुनहगार हुआ??