Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Sep 2021 · 1 min read

मुक्तक

टूट जाए तार तो वो साज़ कोई साज़ नही,
जो ज़मीर बेच मिला ताज़ कोई ताज़ नहीं,
दिल छिपा ले मगर आँखों से छलक जाए
छिपा सकी न नज़र वो राज़ कोई राज़ नहीं

Language: Hindi
2 Likes · 5 Comments · 195 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
******शिव******
******शिव******
Kavita Chouhan
शख्सियत ही कुछ ऐसी है,
शख्सियत ही कुछ ऐसी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पिता
पिता
sushil sarna
Sometimes…
Sometimes…
पूर्वार्थ
कहानी - आत्मसम्मान)
कहानी - आत्मसम्मान)
rekha mohan
संस्कारों को भूल रहे हैं
संस्कारों को भूल रहे हैं
VINOD CHAUHAN
"बिना पहचान के"
Dr. Kishan tandon kranti
माँ दुर्गा की नारी शक्ति
माँ दुर्गा की नारी शक्ति
कवि रमेशराज
2813. *पूर्णिका*
2813. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet kumar Shukla
मिट्टी
मिट्टी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिस तरह
जिस तरह
ओंकार मिश्र
हाइकु: गौ बचाओं.!
हाइकु: गौ बचाओं.!
Prabhudayal Raniwal
गीत गाने आयेंगे
गीत गाने आयेंगे
इंजी. संजय श्रीवास्तव
जिया ना जाए तेरे बिन
जिया ना जाए तेरे बिन
Basant Bhagawan Roy
दीप प्रज्ज्वलित करते, वे  शुभ दिन है आज।
दीप प्रज्ज्वलित करते, वे शुभ दिन है आज।
Anil chobisa
जीवन - अस्तित्व
जीवन - अस्तित्व
Shyam Sundar Subramanian
बंदर का खेल!
बंदर का खेल!
कविता झा ‘गीत’
ये क़िताब
ये क़िताब
Shweta Soni
बाप की गरीब हर लड़की झेल लेती है लेकिन
बाप की गरीब हर लड़की झेल लेती है लेकिन
शेखर सिंह
★साथ तेरा★
★साथ तेरा★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
देश खोखला
देश खोखला
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
बेऔलाद ही ठीक है यारों, हॉं ऐसी औलाद से
बेऔलाद ही ठीक है यारों, हॉं ऐसी औलाद से
gurudeenverma198
*छोटे होने में मजा, छोटे घास समान (कुंडलिया)*
*छोटे होने में मजा, छोटे घास समान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मां मेरे सिर पर झीना सा दुपट्टा दे दो ,
मां मेरे सिर पर झीना सा दुपट्टा दे दो ,
Manju sagar
सिर्फ दरवाजे पे शुभ लाभ,
सिर्फ दरवाजे पे शुभ लाभ,
नेताम आर सी
मेरे अल्फ़ाज़
मेरे अल्फ़ाज़
Dr fauzia Naseem shad
2. *मेरी-इच्छा*
2. *मेरी-इच्छा*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
जीवन सुंदर खेल है, प्रेम लिए तू खेल।
जीवन सुंदर खेल है, प्रेम लिए तू खेल।
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...