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25 Sep 2021 · 1 min read

मुक्तक

सीना चीर दे दुश्मन की वो जांबाज़ सूरत है,
बुलंद हौसलें इनके डटी फौलादी हिम्मत है,
ये हँसकर वतन पे जान भी क़ुर्बान कर देते
जंग में पीठ दिखलाना ना इनकी फ़ितरत है

Language: Hindi
186 Views
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