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5 Sep 2021 · 1 min read

मुक्तक

बहुत हम सुन लिए बाबर, अकबर की कहानी को ,
बहुत हम सुन लिए टोपी और दाढ़ी की कुर्बानी को
आखिर कब तलक हम आपसी रंजिश में उलझेंगे
समय की माँग है जगना है हर एक हिन्दुस्तानी को ??????

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 468 Views

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