“मुक्तक” (एक विधा)…
“मुक्तक”
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मुक्तक भी बड़ी अजीब विधा है।
हर कोई इसी काव्य पे फ़िदा है ।
कोई कुछ भी लिखता हो, मगर;
इसे लिखने की अलग ही अदा है।
स्वरचित सह मौलिक
पंकज कर्ण
कटिहार
“मुक्तक”
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मुक्तक भी बड़ी अजीब विधा है।
हर कोई इसी काव्य पे फ़िदा है ।
कोई कुछ भी लिखता हो, मगर;
इसे लिखने की अलग ही अदा है।
स्वरचित सह मौलिक
पंकज कर्ण
कटिहार