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6 Mar 2021 · 1 min read

मुक्तक

दिल लेने या देने की चीज नहीं है, ये तो बस खुद के लिए खुद को मिला होताहै….

फिर न बैचेनी न जुदाई, बेरुखी ना नफरत, महक लिए गुलशन सा खिला रहता है…

Language: Hindi
1 Like · 514 Views
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