मुक्तक
हर वक़्त हमारे सँग माता कि इनायत है।
माँ बाप कि सेवा से बढ़कर न इबादत है।
ना इश्क़ किसी से है कोई न सनम अपना
बस प्यार किया माँ से उससे ही मुहब्बत है।
अदम्य
हर वक़्त हमारे सँग माता कि इनायत है।
माँ बाप कि सेवा से बढ़कर न इबादत है।
ना इश्क़ किसी से है कोई न सनम अपना
बस प्यार किया माँ से उससे ही मुहब्बत है।
अदम्य