Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2021 · 1 min read

” मुक्तक “

इक नज़र को नज़र से चुराते हो क्यों,
ज़ख़्म अपने जिगर का दिखाते हो क्यों,
चाहतें यूं मोहब्बत की मुश्किल नहीं,
अपनी आंखों से आशूं बहाते हो क्यों।

एस. बी. ” मधुर ”
सोनभद्र, उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 312 Views

You may also like these posts

युगपुरुष
युगपुरुष
Shyam Sundar Subramanian
अवध-राम को नमन
अवध-राम को नमन
Pratibha Pandey
जीवन संध्या में
जीवन संध्या में
Shweta Soni
डॉ Arun Kumar शास्त्री - एक अबोध बालक
डॉ Arun Kumar शास्त्री - एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रेम मे सबसे  खूबसूरत  चीज होती है कोशिश...थोड़ी और कोशिश ह
प्रेम मे सबसे खूबसूरत चीज होती है कोशिश...थोड़ी और कोशिश ह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
सुख- दुःख
सुख- दुःख
Dr. Upasana Pandey
हो जायेंगे शीघ्र ही, पन्ने सभी खराब.
हो जायेंगे शीघ्र ही, पन्ने सभी खराब.
RAMESH SHARMA
दोहा पंचक. . . . . मेघ
दोहा पंचक. . . . . मेघ
sushil sarna
ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ
ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ
इंजी. संजय श्रीवास्तव
खयालात( कविता )
खयालात( कविता )
Monika Yadav (Rachina)
बलदेव छठ
बलदेव छठ
Mahesh Jain 'Jyoti'
बनावट से छुपा लो ऐब लेकिन
बनावट से छुपा लो ऐब लेकिन
Dr fauzia Naseem shad
गीत- मुझे खारा मिला पानी...
गीत- मुझे खारा मिला पानी...
आर.एस. 'प्रीतम'
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
डॉ.सीमा अग्रवाल
चलो चाय पर करने चर्चा।
चलो चाय पर करने चर्चा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
बाबा साहब हुए महान
बाबा साहब हुए महान
डिजेन्द्र कुर्रे
हंसिए
हंसिए
Kunal Kanth
मौसम है मस्ताना, कह दूं।
मौसम है मस्ताना, कह दूं।
पंकज परिंदा
बुंदेली दोहे- गउ (गैया)
बुंदेली दोहे- गउ (गैया)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कोई भी इतना व्यस्त नहीं होता कि उसके पास वह सब करने के लिए प
कोई भी इतना व्यस्त नहीं होता कि उसके पास वह सब करने के लिए प
पूर्वार्थ
Jeevan Ka saar
Jeevan Ka saar
Tushar Jagawat
*अभिनंदन श्री अशोक विश्नोई जी ( दो कुंडलियाँ )*
*अभिनंदन श्री अशोक विश्नोई जी ( दो कुंडलियाँ )*
Ravi Prakash
मईया कि महिमा
मईया कि महिमा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
न मुझे *उम्र* का डर है न मौत  का खौफ।
न मुझे *उम्र* का डर है न मौत का खौफ।
Ashwini sharma
4930.*पूर्णिका*
4930.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" जूते "
Dr. Kishan tandon kranti
दिल
दिल
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कठिन पथ पर
कठिन पथ पर
surenderpal vaidya
भारत की ---
भारत की ---
उमा झा
महालक्ष्मी छंद आधृत मुक्तक
महालक्ष्मी छंद आधृत मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...